UPTET AND SUPERTET Latest News – बुरी खबर पढ़े लिखे सभी डीएलएड/बीटीसी के लिए नये आयोग पर उठे सवाल
UPTET AND SUPERTET Latest News: जितने भी डीएलएड और बीटीसी अभ्यर्थी हैं उनके लिए यह काफी महत्वपूर्ण ख़बर होने वाली है| सरकारी नौकरी देने वाले आयोग में अब ठेके के कर्मचारी काम करेंगे| बेसिक से लेकर उच्च शिक्षा तक शिक्षक भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश नई शिक्षा सेवा आयोग की नियमावली की अधिसूचना 13 दिसंबर को घोषित कर दी गई है| प्रदेश में सबसे ज्यादा सदस्यों वाला यह नया आयोग होगा| जल्द ही अध्यक्ष और सदस्यों का चयन किया जाएगा| इसके बाद अन्य पदों पर अधिकारियों कर्मचारियों की भी तैनातिया होगी| इसके बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू हो सकेगी| लेकिन आयोग में यहां पर एक बहुत ही बड़ा सवाल उठ रहा है और यह सवाल उठना लाजिमी भी है पूरी जानकारी आपको बताई जाने वाली है|
UPTET AND SUPER TET 2023
उत्तर प्रदेश में नए आयोग के माध्यम से यूपी टेट और सुपर टेट जैसी भर्तियां होंगी| यूपी टेट का आयोजन भी उत्तर प्रदेश में शिक्षा सेवा चयन आयोग के माध्यम से होगा| इसके अलावा टीजीटी पीजीटी की भर्ती असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती भी इसी नए आयोग के माध्यम से होगी| अनुदेशक की भर्ती भी इसी नये शिक्षा सेवा आयोग के माध्यम से होगी| लेकिन जो नया आयोग गठित हो रहा है इसमें कंप्यूटर एवं आईटी कोऑर्डिनेटर आउटसोर्सिंग यानी ठेके का कार्य होगा| ऐसे में इसके जरिए भर्तियो में धांधली देखने को मिल सकती है| क्योंकि भर्तियो में आउटसोर्सिंग हमेशा से ही विवादित रहा है और इस व्यवस्था का प्रतियोगी छात्रों ने हमेशा विरोध भी किया है| इसकी शिकायत राज्यपाल और मुख्यमंत्री से अभ्यर्थियों ने की है| नए आयोग के गठन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की तरह ही करने की यहां पर योजना थी| नियमावली में सचिव परीक्षा नियंत्रक वित्त नियंत्रक विधि अधिकारी वित्यम लेखा अधिकारी उप सचिव आदि की व्यवस्था उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के तरह ही की गई है| लेकिन कंप्यूटर सेक्शन आउटसोर्सिंग से यहां पर कर दिया गया है| जो कि अभ्यर्थियों के मन में यह शंका उठ रही है कि भर्तियो में जरूर धांधली होगी क्योंकि जो कंप्यूटर क्षेत्र है वह आउटसोर्सिंग से हो गया है|
यूपीपीएससी का कंप्यूटर सेक्शन खुद का है
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग जिसका कंप्यूटर सेक्शन खुद का है और यहां पर भर्तिया निष्पक्ष तरीके से होती है लेकिन उत्तर प्रदेश में शिक्षा सेवा चयन आयोग में कंप्यूटर सेक्शन आउटसोर्सिंग से किया जा रहा है और अभ्यर्थियों कहना है कि आउटसोर्सिंग से कंप्यूटर क्षेत्र होने की वजह से यहां पर भर्तियो में ढेर सारी सेंधमारी देखने को मिलेगी| और जितने भी अयोग ने भर्तिया आउटसोर्सिंग से की हैं वह उसमें जरूर सेंधमारी हुई है और सेंधमारी इसलिए होती है लोग मोटी रकम देने के लिए भी तैयार रहते हैं और आयोग में मोटी रकम लेने के लिए भी कोई ना कोई रहता है| इसी वजह से सेंधमारी वह भ्रष्टाचार होता है इन सबको रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कोई ना कोई ठोस कदम उठाना चाहिए| ताकि सिर्फ पढ़े-लिखे अभ्यर्थियों का ही चयन हो सके और भर्तियो में निष्पक्षता बनाए रखने के लिए यह एक बहुत ही बड़ी चुनौती होगी| आपको बता देते हैं विज्ञापन जारी से होने से लेकर परिणाम तक का सारा काम आउटसोर्सिंग के कर्मचारी ही करते हैं| और इसी बीच ढेर सारा खेल हो जाता है| आउटसोर्सिंग के कर्मचारी यही सोचते हैं कि उनकी खुद की नौकरी तो पक्की नहीं है| लेकिन वह लालच में कुछ भी करने को तैयार रहते हैं ठेके का कर्मचारी सरकारी विभाग के लिए भर्ती करेंगे|अभ्यर्थियों को यह हजम नहीं हो रहा है| अभ्यर्थियों की मांग है कि किसी नए शिक्षा सेवा चयन आयोग का काम आउटसोर्सिंग से बिल्कुल ना हो|
आपको बता देते हैं एक असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती हुई थी जिसमें कंप्यूटर क्षेत्र वालों की तरफ से 18 अभ्यर्थियों के नंबर ही बढ़ा दिए गए और उन्हें असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी भी मिल गई| मामला हाई कोर्ट पहुंचा जब जांच हुई तो मेरिट बदली गई और यह सभी अभ्यर्थी मेरिट से बाहर हो गए तो ऐसे में आउटसोर्सिंग से बहुत ज्यादा धांधली होती है जैसे कि यूपी टेट का एग्जाम होगा तो यहां पर धांधली होगी इसके अलावा सुपर टेट का एग्जाम होगा तो यहां पर भी नंबर बढ़ाने के लिए ढेर सारी धांधली देखने को मिलेगी और यहां सब आउटसोर्सिंग के कर्मचारी ही करते हैं ऐसे में आउटसोर्सिंग से अन्य आयोग को काम नहीं करवाना चाहिए इसके लिए मुख्यमंत्री व राज्यपाल महोदय को अभ्यर्थियों ने ज्ञापन सौपा है बहुत जल्द इस पर बड़ा फैसला होगा|
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